Vaidika Vignanam
Back

Open In Vignanam Mobile App

अन्नमय्य कीर्तन कलिगॆनिदॆ नाकु


कलिगॆनिदॆ नाकु कैवल्यमु
तॊलुतनॆव्वरिकि दॊरकनिदि ॥

जयपुरुषोत्तम जय पीतांबर
जयजय करुणाजलनिधि ।
दय यॆऱंग ने धर्ममु नॆऱग ना
क्रिय यिदि नीदिव्यकीर्तनमे ॥

शरणमु गोविंद शरणमु केशव
शरणु शरणु श्रीजनार्धन ।
परम मॆऱंगनु भक्ति यॆऱंगनु
निरतमु नागति नीदास्यमे ॥

नमो नारायणा नमो लक्ष्मीपति
नमो पुंडरीकनयना ।
अमित श्रीवेंकटाधिप यिदॆ ना
क्रममॆल्लनु नीकयिंकर्यमे ॥

Vaidika Vignanam