Vaidika Vignanam
Back

Open In Vignanam Mobile App

त्यागराज पंचरत्न कीर्तन दुडुकु गल


कूर्पु: श्री त्यागराजाचार्युलु
रागं: गौल
तालं: आदि

दुडुकु गल नन्ने दॊर

कॊडुकु ब्रोचुरा ऎंतो
दुडुकु गल नन्ने दॊर

कडु दुर्विषयाकृश्टुडै गडिय गडियकु निंडारु
दुडुकु गल नन्ने दॊर

श्री वनिता हृत्कुमुदाब्ज वांग्मानसागोचर
दुडुकु गल नन्ने दॊर

सकल भूतमुल यंदु नीवै युंडग मदिलेक पोयिन
दुडुकु गल नन्ने दॊर

चिरुत प्रायमुन नाडे भजनामृत रसविहीन कुतर्कुडैन
दुडुकु गल नन्ने दॊर

पर धनमुल कॊरकु नॊरुल मदिनि
करगबलिकि कडुपु निंप दिरिगिनट्टि
दुडुकु गल नन्ने दॊर

तनमदिनि भुविनि सौख्यपु जीवनमे
यनुचु सदा दिनमुलु गडिपॆडि
दुडुकु गल नन्ने दॊर

तॆलियनि नटविट क्षुद्रुलु वनितलु स्ववशमौट कुपदशिंचि
संतसिल्लि स्वरलयंबु लॆरुंगकनु शिलात्मुडै
सुभक्तुलकु समानमनु
दुडुकु गल नन्ने दॊर

दृष्टिकि सारंबगु ललना सदनार्भक सेनामित धनादुलनु
देवादि देव नॆरनम्मितिनि गाकनु पदाब्ज भजनंबु मरचिन
दुडुकु गल नन्ने दॊर

चक्कनि मुख कमलंबुननु सदा ना मदिलो स्मरण लेकने
दुर्मदांध जनुल कोरि परितापमुलचे दगिलि नॊगिलि दुर्विषय
दुराशलनु रोयलेक सतत मपराधिनै चपल चित्तुडैन
दुडुकु गल नन्ने दॊर

मानवतनु दुर्लभ मनुचु नॆंचि परमानंद मॊंदलेक
मद मत्सर काम लोभ मोहमुलकु दासुडै मोसबोति गाक
मॊदटि कुलजुडगुचु भुविनि शूद्रुल पनुलु सल्पुचुनुंटिनि गाक
नाराधमुलनु रोय सारहीन मतमुलनु साधिंप तारुमारु
दुडुकु गल नन्ने दॊर

सतुलकै कॊन्नाल्लास्थिकै सुतुलकै कॊन्नाल्लु
धन ततुलकै तिरिगिति नय्य त्यागराजाप्त इटुवंटि
दुडुकु गल नन्ने दॊर कॊडुकु ब्रोचुरा ऎंतो
दुडुकु गल नन्ने दॊर

Vaidika Vignanam