View this in:
This stotram is in सरल देवनागरी(हिंन्दी). View this in
शुद्ध देवनागरी (Samskritam), with appropriate anuswaras marked.
कर्णाटक संगीतम् - मंद्र स्थायि स्वराः
रागम्: माया मालव गौल (मेलकर्त 15)
स्वर स्थानाः: षड्जम्, शुद्ध ऋषभम्, अंतर गांधारम्, शुद्ध मध्यमम्, पंचमम्, शुद्ध धैवतम्, काकलि निषादम्
आरोहण: स रि1 . . ग3 म1 . प द1 . . नि3 स'
अवरोहण: स' नि3 . . द1 प . म1 ग3 . . रि1 स
तालम्: आदि
अंगाः: 1 लघु (4 काल) + 1 धृतम् (2 काल) + 1 धृतम् (2 काल)
1.
स' नि द प | म ग | रि स ‖
स , , , | स , | , , ‖
ग रि स नि | स रि | ग म ‖
स रि ग म | प द | नि स' ‖
2.
स' नि द प | म ग | रि स ‖
स , , , | स , | , , ‖
ग रि स नि | स स | नि स ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स रि | ग म ‖
स रि ग म | प द | नि स' ‖
3.
स' नि द प | म ग | रि स ‖
स , , , | स , | , , ‖
ग रि स नि | द नि | स नि ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स स | नि स ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स रि | ग म ‖
स रि ग म | प द | नि स' ‖
4.
स' नि द प | म ग | रि स ‖
स , , , | स , | , , ‖
ग रि स नि | द प | द नि ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | द नि | स नि ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स स | नि स ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स रि | ग म ‖
स रि ग म | प द | नि स' ‖
5.
स' नि द प | म ग | रि स ‖
स , , , | स , | , , ‖
ग रि स नि | द प | म प ‖
द नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | द प | द नि ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | द नि | स नि ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स स | नि स ‖
स नि स रि | ग म | प म ‖
ग रि स नि | स रि | ग म ‖
स रि ग म | प द | नि स' ‖
Last Updated: 28 December, 2020