अन्नमय्य कीर्तन गोविंदाश्रित गोकुलबृंदा
रागं: खमास् आ: स म1 ग3 म1 प द2 नि2 स अव: स नि2 द2 प म1 ग3 रि2 स तालं: आदि पल्लवि गोविंदाश्रित गोकुलबृंदा । पावन जयजय परमानंद ॥ (2) चरणं 1 जगदभिराम सहस्रनाम । सुगुणधाम संस्तुतनाम । (4) गगनश्याम घनरिपु भीम । अगणित रघुवंशांबुधि सोम ॥ (4) गोविंदाश्रित गोकुलबृंदा । (प..) चरणं 2 जननुत चरणा शरण्यु शरणा । दनुज हरण ललित स्वरणा । अनघ चरणायत भूभरणा । दिनकर सन्निभ दिव्याभरणा ॥ चरणं 3 गरुड तुरंगा कारोत्तुंगा । शरधि भंगा फणि शयनांगा । (4) करुणापांगा कमल संगा । वर श्री वेंकट गिरिपति रंगा ॥ (4) गोविंदाश्रित गोकुलबृंदा । पावन जयजय परमानंद ॥ (2)
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