View this in:
English Devanagari Telugu Tamil Kannada Malayalam Gujarati Oriya Bengali |
This stotram is in शुद्ध देवनागरी (Samskritam). View this in सरल देवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.

कर्णाटक सङ्गीत गीतम् - श्री गणनाथ

रागम्: मलहरि (मेलकर्त 15, मायामालव गौल जन्यराग)
आरोहण: स रि1 म1 प द1 स'
अवरोहण: स' द1 प म1 ग3 रि1 स

तालम्: रूपकम्
रूपकर्त: पुरन्धर दास
भाषा: कन्नड

साहित्यम्

पल्लवि
लम्बोदर लकुमिकर
अम्बासुत अमरविनुत

चरणम् 1
श्री गणनाथ सिन्धूर वर्ण
करुणा सागर करिवदन
(लम्बोदर)

चरणम् 2
सिद्ध चारण गण सेवित
सिद्धि विनायक ते नमो नमो
(लम्बोदर)

चरणम् 3
सकल विद्य-अदि पूजित
सर्वोत्तम ते नमो नमो
(लम्बोदर)

स्वराः

चरणम् 1
म प | द स' स' रि' ‖ रि' स' | द प म प ‖
श्री - | ग ण ना थ ‖ सिं धू | - र व र्ण ‖

रि म | प द म प ‖ द प | म ग रि स ‖
क रु | णा सा ग र ‖ क रि | व द न - ‖

पल्लवि
स रि | म , ग रि ‖ स रि | ग रि स , ‖
लं - | बो - द र ‖ ल कु | मि क र - ‖

रि म | प द म प ‖ द प | म ग रि स ‖
अं - | बा - सु त ‖ अ म | र वि नु त ‖

स रि | म , ग रि ‖ स रि | ग रि स , ‖
लं - | बो - द र ‖ ल कु | मि क रा - ‖

चरणम् 2
म प | द स' स' रि' ‖ रि' स' | द प म प ‖
सि द्ध | चा - र ण ‖ ग ण | से - वि त ‖

रि म | प द म प ‖ द प | म ग रि स ‖
सि द्धि | वि ना य क ‖ ते - | न मो न मो ‖
(लम्बोदर)

चरणम् 3
म प | द स' स' रि' ‖ रि' स' | द प म प ‖
स क | ल वि द्या - ‖ - दि | पू. जि त ‖

रि म | प द म प ‖ द प | म ग रि स ‖
स रि | वो - त्त म ‖ ते - | न मो न मो ‖
(लम्बोदर)